पंचकोट (बंगाल) नरेश के द्वारा उन्नीसवीं शताब्दी के अन्तिम चरण में इस घाट का निर्माण करवाया गया। इसी कारण इसको पंचकोट घाट कहा गया। गंगातट से कुछ दूरी पर राजा का भवन एवं विशाल बगीचा है, इसी बगीचे में शिव मंदिर एवं काली मंदिर है। हालांकि घाट पक्का एवं स्वच्छ है लेकिन धार्मिक महत्व न होने के कारण सामान्यजन बहुत कम ही इस घाट पर स्नान करते हैं, घाट तट चौड़ा होने के कारण बच्चे यहाँ खेल-कूद करते हैं।