आधुनिकता का आरंभिक काल
वाराणसी- साहित्य अकादमी (नई दिल्ली) के तत्वावधान में शुक्रवार 9 अगस्त को ‘लेखक से भेंट’ विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन आचार्य रेवा प्रसाद द्विवेदी पर केंद्रित था।
बहरी अलंग
वाराणसी- साहित्य अकादमी (नई दिल्ली) के तत्वावधान में शुक्रवार 9 अगस्त को ‘लेखक से भेंट’ विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन आचार्य रेवा प्रसाद द्विवेदी पर केंद्रित था।
धरोहर
क्वींस कालेज पुरातन छात्र समागम धरोहर 2014 का आयोजन 26 जनवरी को शाम 4 से 10 बजे तक किया गया। इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ कालेज के वर्तमान एवं पूर्व छात्रों की संगीत प्रस्तुतियों से हुआ। इतने दिनों बाद अपने विद्यालय में सपरिवार आने पर हर कोई प्रफुल्लित नजर आ रहा था।
गंगा शुद्धिकरण का प्रयास
प्रधान मंत्री जी गंगा के शुद्धिकरण को लेकर आप कटिबद्ध हैं। मगर तनिक रुकिए – गंगा शुद्ध हो यह कोटि कोटि जनों की मांग है। गंगा संस्कृति प्रसूता है और जनभावनाओं से गहरी जुडी हैं। कहा गया है
गोष्ठी
पौराणिक आध्यात्मिक नगरी काशी के हर रंग को वेबसाइट पर लाने की कवायद जोर-शोर से चल रही है। काशी के प्रसिद्ध घाट, मंदिर, कुण्ड तालाब संस्कृति कला जीवन शैली को जानने-समझने के लिए अब लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।
मधुमंगल मोहत्सव
मनीषी परिषद की ओर से रविवार 13 अप्रैल को मधुमंगल महोत्सव का आयोजन किया गया। महमूरगंज स्थित सगुन लॉन में शाम को आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाले सात मनीषियों को सम्मानित किया गया।
भारत का विकास
जने-माने समाजसेवी एवं राज्यसभा के सांसद वसव राज पाटिल ने कहा कि देश का विकास तभी संभव है जब हम दूसरों की नकल छोड़कर अपनी मजबूती पर काम करेंगे। विडंबना यह है कि वर्तमान में हम यूरोप, अमेरिका जैसे देशों की नकल करने में गर्व महसूस कर रहे हैं।
सुदामा
जनकवि सुदामा पाण्डेय धूमिल की स्मृतियों को सहेजने के लिए पुस्तकालय के उद्घाटन जनकवि सुदामा पाण्डेय ‘धूमिल’ के गांव खेवली में ‘देश की संसद मौन है’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगीत समारोह
साल भर बाद आखिरकार संगीतप्रमियों को एक बार फिर संगीत की विभिन्न विधाओं से साक्षात्कार करने का मौका मिल रहा है। हनुमत दरबार में संगीत की झनकार इस गर्मी में ठंडे हवा के झोके सा एहसास दे रही है।
संगीतमय साक्षात्कार
‘साझा संस्कृति मंच’ एवं ‘गाँधी अध्ययन पीठ’ के संयुक्त तत्वाधान में 22 से 26 फरवरी तक पांच दिवसीय “गाँधी कथा” का आयोजन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में हुआ।
पंडित विद्या निवास
साहित्यकार, चिन्तक और अध्येता पंडित विद्यानिवास मिश्र की स्मृति में पिछले दिनों तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विद्याश्री न्यास और बलदेव पीजी कालेज की ओर से आयोजित इस संगोष्ठी का विषय लेखक शिविर ‘नारी चेतना और हिन्दी साहित्य’’ था। यह संगोष्ठी 12 से 14 जनवरी तक दुर्गाकुण्ड स्थित धर्मसंघ शिक्षा मंडल में हुई।