गायघाट
उन्नीसवीं शताब्दी में घाट के दक्षिणी भाग का निर्माण नेपाल नरेश राणा शमशेर बहादुर ने तथा उत्तरी भाग का निर्माण […]
सन् 1972 में घाट का पक्का निर्माण श्यामलदास के शिष्य टेकचन्द्र साहू ने कराया था। पूर्व में यह गायघाट का
अठ्ठारहवीं शताब्दी के पूर्व यह प्राचीन आदि विशेश्वर घाट का ही भाग था। उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में बूँदी (राजस्थान)
सोलहवीं शताब्दी के अन्त में बूँदी (राजस्थान) महाराजा राव सुरजन ने घाट एवं घाट पर स्थित विशाल महल का निर्माण
अठ्ठारहवीं शताब्दी के मध्य में पूना के बाजीराव पेशवा ने घाट एवं यहाँ स्थित विशाल भवन (म0सं0 K 22/24) का
उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य में ग्वालियर के राजा जियाजी राव शिन्दे ने घाट एवं घाट स्थिति विशाल भवन का निर्माण
असि घाट-अस्सी घाट के नाम से भी जाना जाता है जो संख्या सूचक एवं असि का अपभ्रंश मालूम पड़ता है।