वाराही देवी
बहुभाषी, संस्कृति, खान-पान एवं रहन-सहन के इस अनोखे शहर काशी का प्रशासनिक ढांचा भी अद्भुत रहा है। इस शहर के […]
बहुभाषी, संस्कृति, खान-पान एवं रहन-सहन के इस अनोखे शहर काशी का प्रशासनिक ढांचा भी अद्भुत रहा है। इस शहर के […]
वाराणसी की विशिष्ट शैली की सकरी गलियों में मां त्रिपुर भैरवी का मंदिर स्थित है। इस मंदिर के पास से
वाराणसी सिर्फ शिवनगरी से ही विख्यात नहीं है। यहां अन्य देवी-देवताओं के भी अदभुत मंदिर स्थापित हैं। जहां दर्शनार्थी मत्था
मां काली के बारे में कहा गया है कि इनके दर्शन-पूजन से तत्काल ही फल की प्राप्ति होती है। मां
मां राजराजेश्वरी के दरबार में पहुंचकर श्रद्धालुओं को असीम शांति का अनुभव होता है। इसका एक कारण तो यह है
हिन्दुओं में अन्य देवी-देवताओें के साथ जगत-जननी माँ दुर्गा के प्रति असीम आस्था एवं भक्ति है। नवरात्र में नवों दिन
मंदिरों के इस शहर काशी में कुछ ऐसे मंदिर भी हैं जिन्हें देखने के बाद सहसा ही मन कह उठता
काशी के देवी मंदिरों में कामाख्या देवी का मंदिर भी महत्वपूर्ण है। कामाख्या देवी को जागृत माना गया है। मान्यता
1- मुख निर्मालिका गौरी वासंतिक नवरात्र के पहले दिन (प्रथमा) को मुखनिर्मालिका गौरी का दर्शन-पूजन किया जाता है। इनका मंदिर