आदित्य मंदिर
यमा आदित्य सी0के0 7/135 संकठा घाट गली, वाराणसी वृद्धा आदित्य D 3/15 बड़े हनुमान के दक्षिण मीरघाट, वाराणसी विमलादित्य D35/273 […]
यमा आदित्य सी0के0 7/135 संकठा घाट गली, वाराणसी वृद्धा आदित्य D 3/15 बड़े हनुमान के दक्षिण मीरघाट, वाराणसी विमलादित्य D35/273 […]
वाराणसी यानी मंदिरों का शहर। विश्व के इस सबसे पुराने शहर की खासियत यह रही है कि यहां कदम-कदम पर
काशी में दक्षिण भारतीय परम्परा एवं संस्कृति की भी महक मिलती है। जिसकी झलक यहां की गलियों में घूमने पर
वाराणसी को यूं ही लघु भारत होने का गौरव प्राप्त नहीं है। बल्कि इसके पीछे एक बड़ा कारण यह है
हर कंकड़ में शिव के वास वाली इस मस्तमौला नगरी में भगवान विष्णु के भी मंदिरों की एक लम्बी श्रृंखला
काशी और मंदिर एक दूसरे के पूरक ही नहीं बल्कि पहचान भी हैं। इस प्राचीन जीवंत शहर में कल्पनाओं से
भगवान विष्णु के काशी में स्थित मंदिरों की बात की जाये तो आदि केशव का मंदिर काफी प्राचीन एवं धार्मिक
आदि केशव मंदिर बाला जी मन्दिर बिन्दु माधव मंदिर गोपाल मंदिर जगन्नाथ मंदिर उडुपि श्री कृष्ण मध्व मंदिर Share on
काशी में प्रवास के दौरान गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपने आराध्य हनुमान जी के कई मंदिरों की स्थापना की। जिसकी
शोक विमोचन हनुमान जी का मंदिर कमच्छा में मुख्य सड़क के किनारे स्थित है। छोटे से मंदिर में शोक विमोचन