त्रिपुरभैरवी घाट
घाट जाने वाले गली मार्ग में प्राचीन त्रिपुरभैरवी (दुर्गा) मन्दिर स्थापित है। अठ्ठारहवीं शताब्दी में मंदिर का पुनः निर्माण हुआ […]
घाट जाने वाले गली मार्ग में प्राचीन त्रिपुरभैरवी (दुर्गा) मन्दिर स्थापित है। अठ्ठारहवीं शताब्दी में मंदिर का पुनः निर्माण हुआ […]
सोलहवीं शताब्दी में आमेर (राजस्थान) के राजा मानसिंह ने घाट तथा घाट स्थित महल एवं मंदिर का निर्माण कराया था,
सन् 1984 में राज्य सरकार ने घाट का पक्का निर्माण करवाया तथा स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद
सन् 1735 में घाट का निर्माण बाजीराव पेशवा ने कराया था। पूर्व में इस घाट का विस्तार वर्तमान अहिल्याबाई घाट
सन् 1785 में इन्दौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने घाट एवं घाट तट पर विशाल महल का निर्माण कराया था।
सन् 1812 में नागपुर राजा के मंत्री श्रीधर मुंशी ने घाट एवं घाट स्थित महल का निर्माण कराया था। पूर्व
उदयपुर (राजस्थान) नरेश राणा जगत सिंह ने सत्तरहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में घाट एवं घाट स्थित महल का निर्माण करवाया