आनंद बहादुर
जिस जमीं की धूर भी सिर चढ़ाई जाती है; वैसी नगरी है बनारस। कहा जाता है कि बनारस ईंट पत्थरों […]
जिस जमीं की धूर भी सिर चढ़ाई जाती है; वैसी नगरी है बनारस। कहा जाता है कि बनारस ईंट पत्थरों […]
आपका जन्म बनारस में हुआ या आप बनारस में आये। मेरे नाना जी जौनपुर में एस0पी0 थे। अभी भी शहर
भारत बनकर ही भारत का विकास संभव जने-माने समाजसेवी एवं राज्यसभा के सांसद वसव राज पाटिल ने कहा कि देश
जनकवि सुदामा पाण्डेय धूमिल की स्मृतियों को सहेजने के लिए पुस्तकालय के उद्घाटन जनकवि सुदामा पाण्डेय ‘धूमिल’ के गांव खेवली
संगीत के महारथियों से सजा संकट मोचन संगीत समारोह साल भर बाद आखिरकार संगीतप्रमियों को एक बार फिर संगीत की
साहित्यकार, चिन्तक और अध्येता पंडित विद्यानिवास मिश्र की स्मृति में पिछले दिनों तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
नारायण भाई साईं ने कराया गांधी जी का संगीतमय साक्षात्कार ‘साझा संस्कृति मंच’ एवं ‘गाँधी अध्ययन पीठ’ के संयुक्त तत्वाधान
मनीषी परिषद ने मनाया मधुमंगल महोत्सव विभिन्न क्षेत्रों के सात मनीषियों को किया गया सम्मानित संगीत की महफिल ने जमाया
काशी कथा पर गोष्ठी पौराणिक आध्यात्मिक नगरी काशी के हर रंग को वेबसाइट पर लाने की कवायद जोर-शोर से चल