पंचमुखी हनुमान जी का यह मंदिर रथयात्रा चौराहे के पास है। देखने में यह मंदिर बेहद सुन्दर लगता है। इस मंदिर में स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा काशी में स्थापित अन्य हनुमान जी की प्रतिमाओं से अलग है। हनुमान जी की इस प्रतिमा में उनके पांच मुख हैं। जो देखने में बेहद आकर्षक लगते हैं। पंचमुखी हनुमान जी का यह मंदिर छोटा सा है। सामान्य ढंग से बने इस मंदिर के मध्य गर्भगृह में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। कहा जाता है कि इनके दर्शन-पूजन से सभी प्रकार के पुण्य का फल मिलता है और मनुष्य रोग व्याधि से दूर रहता है। इस मंदिर में हनुमान जयंती धूमधाम से मनायी जाती है। वहीं, मंगलवार एवं शनिवार को काफी संख्या में भक्त दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। यह मंदिर दर्शनार्थियों के लिए प्रातः 4 से दोपहर 12 बजे तक एवं सायंकाल 4 से रात 11 बजे तक खुला रहता है। आरती प्रातः 7 बजे, सायं 4 बजे एवं 7 बजे होती है। कैंट से करीब 3 किलोमीटर दूर स्थित इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आटो रिक्सा द्वारा रथयात्रा चौराहे पर पहुंचकर वहां से कमच्छा की ओर करीब 20 मीटर आगे बढ़ने पर दाहिनी तरफ मुड़े रास्ते से जाने पर है।