मां काली के बारे में कहा गया है कि इनके दर्शन-पूजन से तत्काल ही फल की प्राप्ति होती है। मां काली की पूजा के लिए भक्तों में सहज ही आकर्षण रहता है। भक्त मां काली के शक्ति स्वरूप के प्रति आदर भाव रखते हैं। काशी में मां काली के कई मंदिर स्थापित हैं। इन्हीं मंदिरों में से एक प्रसिद्ध मंदिर है शवशिवा काली का मंदिर। मां काली की अलौकिक प्रतिमा इस मंदिर में स्थापित है। सोनारपुरा से केदारघाट की ओर गलियों से आगे बढ़ने पर देवनाथपुरा मोहल्ले में मं0नं0 के0डी0 30/66 में स्थित है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां पांच मुण्डों के ऊपर एक शव पर शिव हैं और शिव पर मां काली की दिव्य प्रतिमा स्थापित हैं। मां काली की इस अलौकिक प्रतिमा के दर्शन-पूजन से लोग धन्य हो जाते हैं। माना जाता है कि शवशिवा काली की इस अदभुत प्रतिमा के दर्शन से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। मां का विभिन्न त्यौहारों पर विधिवत श्रृंगार किया जाता है। मंदिर खुलने का समय प्रातः 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं सायंकाल 4 से रात 10 बजे तक खुला रहता है। मां की आरती सुबह साढ़े 5 बजे एवं रात 8 बजे होती है। इस मंदिर में नियमित रूप से श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आते हैं वहीं नवरात्र में दर्शनार्थियों की भीड़ अधिक रहती है।