उदयपुर (राजस्थान) नरेश राणा जगत सिंह ने सत्तरहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में घाट एवं घाट स्थित महल का निर्माण करवाया था। इस कारण घाट का नाम राणामहल घाट पड़ा। घाट के उत्तरी एवं दक्षिणी भाग में अठ्ठारहवी शताब्दी का शिव मंदिर स्थापित है। महल राजस्थानी वास्तुकला का सुन्दर स्वरूप है, सन् 1765 में काशीयात्रा के दौरान राणाजगत सिंह ने इसी महल में निवास किया था। वर्तमान में घाट पक्का एवं स्वच्छ है तथा यहाँ स्थानीय लोग स्नान आदि कार्य करते हैं। सन् 1965 में राज्य सरकार द्वारा घाट का मरम्मत कराया गया था।