वर्तमान नगवाँ क्षेत्र में यह घाट स्थित है, घाट का नामकरण संत रविदास के नाम से हुआ है। घाट तट पर राज्य सरकार के द्वारा संत रविदास पार्क का निर्माण कराया गया है जो सुन्दर, हरा-भरा एवं रमणीय है। इस घाट पर भी स्नानार्थियों की संख्या नगण्य है, गंगा एंव प्रकृति के समन्वय स्थल के मनोरम दृश्य का आनन्द लेने के लिये लोग इस पार्क में आते हैं। धार्मिक दृष्टि से इसका कोई विशेष महत्व नहीं है परन्तु पर्यटकों का आवागमन काफी संख्या में होता है।