मनीषी परिषद ने मनाया मधुमंगल महोत्सव
विभिन्न क्षेत्रों के सात मनीषियों को किया गया सम्मानित
संगीत की महफिल ने जमाया रंग, झूमते रहे श्रोता
मनीषी परिषद की ओर से रविवार 13 अप्रैल को मधुमंगल महोत्सव का आयोजन किया गया। महमूरगंज स्थित सगुन लॉन में शाम को आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाले सात मनीषियों को सम्मानित किया गया। इस मौके को यादगार बनाने के लिए परिषद की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कर्यक्रम में संगीत की सुमधुर लहरियों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि मांगेराम शर्मा ने कहा कि काशी एक ऐसा स्थान है जहां जाति, धर्म, व्यक्ति का प्रभाव नहीं रहा है। यह नगरी भारतीयता की जीवंत मिशाल रही है। इसे संजोये रखने की आवश्यकता है, जिससे हम बनारस में जो एक रस रहा है उसे हमेशा पा सकें। कहा कि धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी इस समय चर्चा का केन्द्र बनी हुई है। पिछले कुछ समय से यहां राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं। मां अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी जी महराज ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता पाने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाये जाते हैं। लोग कई वादे करते हैं और सुविधायें देने की बात कहते हैं, ऐसी स्थिति में मतदाताओं के झूठे वादे के बहकावे और व्यक्तित्व से प्रभावित हुए बिना विकास और संस्कृति के आधार पर जनप्रतिनिधि चुनना चाहिए। प्रो. कमलेश पी0 जोशीपुरा ने कहा कि जनप्रतिनिधि ऐसे व्यक्तित्व को चुनना चाहिए जिसकी छवि साफ-सुथरी हो एवं वह विकास को प्राथमिकता दे। वहीं, आई0एम0एस0 (बी0एच0यू0) के पूर्व निदेशक प्रो0 टी0एम0 महापात्रा ने कहा कि लोकतंत्र की सफलता तभी है जब जाति, सम्प्रदाय, भ्रष्टाचार, धर्म, को बैशाखी न बनाकर विकास के आधार पर चुनाव हो। वहीं, पुस्तक ‘केजरीकथा’ के लेखक राकेश सिंह ने अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जनता का विश्वास तोड़ दिया है। अधिवक्ता आर0एस0 गोस्वामी ने गंगा के निर्मलीकरण को मुद्दा बनाकर वोट देने की प्राथमिकता पर बल दिया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले मनीषियों को ‘मनीषी रत्न’ एवं ‘मनीषी श्री’ सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले मनीषियों में चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान देने वाले डा0 प्रो0 टी0के0 लहरी, सगीतज्ञ डा0 राजेश्वर आचार्य, उद्यमी आर0के0 चौधरी, खिलाड़ी नूर आलम, समाजसेवी वल्लभाचार्य पाण्डेय, कलाप्रेमी अजय रतन बनर्जी एवं पत्रकार रोहित चतुर्वेदी शामिल रहे। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत मनीषी परिषद की अध्यक्षा डा0 विभा मिश्रा, संचालन प्रो0 पी0के0 मिश्रा, धन्यवाद ज्ञापन शांतिलाल जैन एवं वार्षिक प्रतिवेदन डा0 पी0सी0 शर्मा ने किया। इस दौरान राकेश पाण्डेय ने शंखध्वनि प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान बी0एच0यू0 के संगीत एवं मंचकला संकाय के छात्रों ने संगीत की बेहतरीन प्रस्तृति देकर अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।