वाराणसी की पहचान भगवान शिव हैं। काशी के कण-कण में वास करने वाले भगवान भोले के यहां हर स्थान पर मंदिर मिल जायेंगे। काशी खण्डोक्त शिवालयों की बात की जाये तो गौतमेश्वर महादेव का मंदिर महत्वपूर्ण है। इनका मंदिर गोदौलिया चौराहे से चौक की ओर बढ़ते ही कुछ कदम की दूरी पर दाहिने तरफ भव्य द्वार के भीतर काशीराज काली मंदिर के बगल में स्थित है। बेहद छोटे से इस मंदिर में गौतमेश्वर महादेव हैं। मान्यता के अनुसार गौतम ऋषि ने इनको स्थापित किया था। जिसके बाद से श्रद्धालु यहां दर्शन-पूजन करने लगे। इनका मंदिर प्रातःकाल 4 बजे से पूर्वाह्न 10 बजे तक एवं शाम को 4 से रात 9 बजे तक खुला रहता है। बाबा की आरती सुबह 5 बजे एवं शाम को 7 बजे मन्+त्रोच्चारण के बीच सम्पन्न होती है। महाशिवरात्रि पर्व पर इनके मंदिर पर काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं। इस दौरान बाबा का भव्य श्रृंगार भी होता है। वहीं सावन महीने में भी कावंरियों सहित आम श्रद्धालु गौतमेश्वर महादेव का दर्शन करते हैं। मान्यता के अनुसार इनके दर्शन से आयु में वृद्धि होने के साथ ही सुख समृद्धि बढ़ती है।