काशी कथा पर गोष्ठी
पौराणिक आध्यात्मिक नगरी काशी के हर रंग को वेबसाइट पर लाने की कवायद जोर-शोर से चल रही है। काशी के प्रसिद्ध घाट, मंदिर, कुण्ड तालाब संस्कृति कला जीवन शैली को जानने-समझने के लिए अब लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। काशी पर बन रही वेबसाइट काशी कथा डॉट काम को क्लिक करते ही काशी का हर पहलू सामने होगा। बनाई जा रही वेबसाइट की प्रगति को लेकर गुरुवार 9 अगस्त 2013 को रथयात्रा स्थित कन्हैयालाल स्मृति भवन सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता एवं काशी कथा टीम के सदस्य मौजूद रहे। इस मौके पर माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कूलपति प्रो0 अच्यूतानंद मिश्र ने कहा कि धर्म आध्यात्म की इस प्राचीन नगरी काशी का भारत ही नहीं पूरे विश्व में अपना अलग ही महत्व है। जिसकी वजह से विश्व के कोने-कोने से लोग यहां आते हैं। काशी के बारे में बहुत सी किताबे हैं जिसमें यहां से जुड़ी काफी जानकरियां दी गयीं हैं। लेकिन वर्तमान युवा तकनीकी का है। आज लोगों की पहुंच किसी भी जगह या विषय पर कम्प्यूटर इंटरनेट के माध्यम से ज्यादा है। ऐसे में काशी पर बनाई जा रही वेबसाइट काशी कथा डॉट काम एक बेहतर सोच है। इस कार्य से इंटरनेट पर भी काशी को लोग कहीं भी बैठकर देख और समझ सकते हैं। उन्होेंने सुझाव दिया कि वेबसाइट पर दी जाने वाली सामग्री तथ्य परक और भाषा पठनीय हो। गोष्ठी में मौजूद डॉ0 जितेन्द्र नाथ मिश्र ने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में काशी के बारे में समस्त जानकारी को वेबसाइट पर लाना बड़ा काम है। कहा कि विकास के क्रम में आधुनिक माध्यमों को अपनाना बुद्धिमानी होने के साथ समय की मांग भी होती है। ऐसे में काशी कथा डॉट काम की कल्पना स्वागत योग्य कदम है। इस दौरान काशी कथा के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम में प्रो0 एस0एन0 उपाध्याय, कुंवरजी अग्रवाल, डॉ0 दयानंद मिश्र, डॉ0 राजेश्वर आचार्य समेत अन्य प्रबुद्धजनों ने भी विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो0 पी0के0 मिश्रा ने विषय स्थापना डॉ0 अवधेश दीक्षित एवं धन्यवाद ज्ञापन सुभाष मिश्र ने दिया। इस मौके पर योगेन्द्र नारायण शर्मा, अजय मिश्र, दयाशंकर मिश्र, संजय शुक्ला, शिवेन्द्र कुमार, जगन्नाथ ओझा, संतोष पाठक, विद्याभूषण, जितेन्द्र कुमार, मनोज त्रिपाठी, कपिन्द्र त्रिपाठी, डॉ0 नंदलाल सिंह, डॉ0 पी0के0 श्रीवास्तव, जगनारायण, आर0के0 चौधरी, डॉ0 विद्यासागर, डॉ0 राजेश्वर आचार्य, डॉ0 राजेश बंसल, बल्लभाचार्य पाण्डेय, डॉ0 अनूपपति तिवारी, धीरज गुप्ता, अभिनव पाण्डेय, सुधांशू सिंह, धनंजय त्रिपाठी, आनन्द पाण्डेय इत्यादि लोग उपस्थित थे।