काशी में सार्वभौम देवताओं के अलावा हर मोहल्ले के स्थानीय देवता भी लोगों की आस्था के केन्द्र हैं। माना जाता है कि इन देवाताओं के आशीर्वाद के बिना उस निश्चित मोहल्ले या स्थान के निवासियों का कार्य सफल नहीं हो सकता। इसलिए जब भी कोई मांगलिक कार्य या किसी तरह का अनुष्ठान किया जाता है तो स्थानीय देवताओं का लोग स्मरण जरूर करते हैं। बनारस के बीर बाबाओं की बात करें तो लगभर हर क्षेत्र में बीर बाबा रहे। कुछ स्थानों का नाम भी बीर बाबाओं के नाम पर पड़ा है। अस्सी मोहल्ले में स्थित अंजान बीर बाबा के प्रति स्थानीय लोगों की असीम आस्था है। अस्सी मोहल्ले के अस्सी संगमेश्वर महादेव मंदिर के पास ही एक छोटे से मंदिर में अंजान बीर बाबा की मूर्ति स्थापित है। स्थानीय निवासियों के अनुसार अंजान बीर बाबा का मंदिर काफी पहले से मोहल्ले में स्थित है। बाबा समूचे मोहल्ले की रक्षा करते हैं। लोग किसी भी मांगलिक कार्य में बाबा का आशीर्वाद अवश्य लेते हैं। मान्यता के अनुसार अंजान बीर बाबा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। अंजान बीर बाबा अपने भक्तों की सभी मनोकामनायें पूरी करते हैं। अंजान बीर बाबा का मंदिर प्रातः 5 बजे से दोपहर 11 बजे तक एवं शाम 4 से रात 8 बजे तक खुला रहता है।