घाट
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मालवीय घाट
अस्सी घाट के दक्षिणी भाग का विस्तार करने के पश्चात घाट का पक्का निर्माण कराया गया। इस विस्तारित क्षेत्र को
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रविदास घाट
वर्तमान नगवाँ क्षेत्र में यह घाट स्थित है, घाट का नामकरण संत रविदास के नाम से हुआ है। घाट तट
घाट
दुर्गा घाट
इस घाट का प्रथम उल्लेख गीवार्णपदमंजरी (सत्रहवीं शताब्दी) में हुआ है। सन् 1740 में पेशवाओं के सहयोग से नारायण दीक्षित
घाट
ब्रह्माघाट
सन् 1740 में नारायण दीक्षित ने दुर्गाघाट के साथ ही इस घाट का भी पक्का निर्माण कराया था। घाट का
घाट
पंचगंगा घाट
सन् 1580 में घाट का पक्का निर्माण रघुनाथ टण्डन ने कराया था, ऐसी मान्यता है कि इस घाट पर
घाट
आदिकेशव घाट
अठ्ठारहवीं शताब्दी में बंगाल की महारानी भवानी ने घाट का पक्का निर्माण कराया था। परन्तु कुछ वर्षों के पश्चात यह
घाट
खिड़की घाट
अभी तक यह घाट कच्चा है। गहड़वाल दानपत्र में उल्लेखित वेदेश्वर घाट सम्भवतः यही घाट है, लिंगपुराण एवं काशीखण्ड में